कांग्रेस द्वारा गठित कोरोना मैनेजमेंट कमेटी की बैठक, निशाने पर कलेक्टर
बैठक के बाद कमेटी की ओर से नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा, रोम जल रहा था नीरो बांसुरी बजा रहा था जिला कलेक्टर यूडी खान को लेकर आरोप, दोपहर से रात तक सभी अधिकारियों को बैठाए रखते है बैठकों में, कोई फिल्ड में जाकर कैसे संभाले हालात
झुंझुनूं।
झुंझुनूं में जिला कलेक्टर यूडी खान की कार्यशैली पर कांग्रेस द्वारा गठित कोरोना मैनेजमेंट कमेटी ने भी सवाल उठाए है। बुधवार को कांग्रेस द्वारा गठित की गई कोरोना मैनेजमेंट कमेटी की पहली बैठक हुई। पूरी बैठक में जिला कलेक्टर यूडी खान तथा उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए गए। बैठक के बाद नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने बैठक में हुई चर्चा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमने सुना था कि रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था। वैसा ही झुंझुनूं में हो रहा है। जिला कलेक्टर यूडी खान दोपहर से रात तक पूरे के पूरे प्रशासन को बैठकों में व्यस्त रखते है। इसके बाद विभागीय वीसी आ जाती है। जिन अधिकारियों को फिल्ड में जाकर व्यवस्था देखनी और संभालनी के अलावा नए फैसले लेने थे। वो बैठकों से बाहर ही नहीं निकल पाए। आक्सीजन और दवाइ वितरण में इतनी खामियां थी कि कई लोगों की जान चली गई। उन्होंने बताया कि केंटनमेंट जोन में आदेशों की पालना करवाने में भी कलेक्टर नाकाम रहे। यही कारण है कि जिले में कोरोना का संक्रमण बढा। अभी भी यदि हालातों को नहीं सुधारा तो तीसरी लहर में जो हालात बनेंगे उनको सोचकर भी डर लगता है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर आवाजाही सामान्य दिनों की तरह है। सुंडा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा, संभागीय आयुक्त दिनेश यादव तथा खेतड़ी विधायक कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. जितेंद्रसिंह को कमेटी ने अब तक की खामियों के साथ—साथ तीसरी लहर में बरते जाने वाली सावधानियों को लेकर सुझाव भेजे जाएंगे। ताकि जिले में कोरोना का संक्रमण कम से कम हो। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भाजपा ने भी जिला प्रशासन और कलेक्टर के रवैये को लेकर प्रेस वार्ता कर कहा था कि झुंझुनूं में कलेक्टर अधिकारियों को बैठकों में इतना व्यस्त रखते है कि जिन अधिकारियों के जिम्मे आक्सीजन देना है। वो 24—24 घंटे बाद भी आक्सीजन नहीं दे पाते और मरीजों की जान जा रही है। इससे पहले हुई बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सज्जन मिश्रा ने की। जिसमें नवलगढ प्रधान दिनेश सुंडा, बुहाना प्रधान हरिकिशन यादव, ताराचंद सैनी, डॉ. सुभाष गुर्जर, राजकुमार ढाका, एमडी चोपदार, रियाज फारूकी, पूर्व सभापति खालिद हुसैन, श्रीचंद झाझड़िया, तेजस्विनी शर्मा, संजय पारीक, मंडावा चेयरमैन नरेश सोनी व उमर कुरैशी आदि मौजूद थे।
झुंझुनूं। बैठक में भाग लेते हुए कोरोना मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य।
कोरोना मैनेजमेंट कमेटी द्वारा दिये गए सुझाव
• जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों को प्रोपर क्वारंटाइन तथा बॉर्डर पर प्रॉपर जांच करवाएं
• सीएचसी पीएचसी पर दवाइयों, ऑक्सीजन सप्लाई वेंटीलेटर के संचालन हेतु योग्य मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति हेतु कमेटी बनाई जाए और उसमें कोविड-19 मेंबर शामिल किए जाएं
• जिले में जहां भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाए वहां सैंपल लेकर तत्काल आवागमन पर रोक लगाई जाए
• निजी अस्पतालों की प्रभावी मॉनिटरिंग ऑक्सीजन सप्लाई तथा दवाइयों की व्यवस्था पूरी तरह करने के लिए कमेटी का गठन किया जाए ताकि मरीजों से लिए जाने वाले शुल्क की जांच हो सके
• गांव में कोरोना को प्रभावी रूप से रोकने के लिए पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर रेपिड टेस्ट की व्यवस्था की की जाए और जन जागरूकता अभियान चलाया जाए
कोरोना का कोई भी फंड मिलता है वह इसके सदुपयोग हेतु कोविड-19 के किसी मेंबर को शामिल किया जाए
• जिला प्रशासन को बैठक में समय ना खराब करके वर्चुअल बैठकर करनी चाहिए ताकि बिजली पानी सफाई की व्यवस्था पर फोकस हो
• प्रत्येक गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 18 प्लस टीकाकरण की व्यवस्था की जाए
• तीसरी लहर को मध्य नजर रखते हुए बच्चों के लिए प्रत्येक पीएचसी पर कोरोना वार्ड बनाया जाएं वहीं पर वेंटिलेटर ऑक्सीजन सिलेंडर तथा दवाइयों की पूरी व्यवस्था पहले से ही शुरू की जाए
• जिले के सभी अस्पतालों में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के अंतर्गत उपचार शुरू करने की कार्यवाही की जाए
• जिले में जितने भी शिशु रोग चिकित्सक हैं उनकी एक टीम बनाकर मेडिकल स्टाफ को ट्रेंड करके ब्लॉक वाइज व्यवस्था की जाए
• प्राइवेट स्तर पर उपचार करने वाले चिकित्सकों को भी इसमें शामिल किया जाए
• ब्लैक फंगस वाइट फंगस के प्रकोप को रोकने के लिए जिले की आई स्पेशलिस्ट की टीम बनाकर इलाज और दवाइयों की व्यवस्था की जाए
कोरोना मैनेजमेंट कमेटी की चर्चा पे निकल कर आई कमियां
दूसरी लहर में सामने आने वाली समस्याएं
• जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग द्वारा अन्य राज्यों से आए प्रवासियों को टाइम नहीं किया गया ना बॉर्डर पर जांच की गई
• राज्य सरकार द्वारा निर्देशित ऑक्सीजन आईसीयू चिकित्सकों की टीम गठित करने के निर्देश के बाबत प्रशासन केवल बैठकों में लगा रहा जमीनी स्तर पर काम नहीं हुआ
• जिले के 27 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 112 पीएचसी पर टेंपल इन की प्रॉपर व्यवस्था नहीं हुई जिस कारण गांव में कोरोना फैला
• जिले में ना क्वारंटाइन की व्यवस्था ना मरीजों को अलग करने की व्यवस्था हुई
• कंटेनमेंट जोन बनाए गए वहां ना सैंपलिंग हुई ना लोगों को घूमने से रोका गया
• निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग, ऑक्सीजन सप्लाई,दवाइयों की व्यवस्था पूरी तरह फैल रही
• डीएफटी फंड के धन का उपयोग सही तरीके से नहीं हुआ भामाशाह और विधायक फंड तथा सरकार के फंड का सही उपयोग नहीं हुआ
•जिला कलेक्टर अधिकारियों को बैठको के नाम पर समय खराब करते रहे जिससे धरातल पर काम कम हुए
• वैक्सीनेशन कैंप प्रोपर नहीं होने से अनियमितताएं मिली
• शहर के दौरे और बैठकों के अलावा काम कम हुए
• देर रात तक कार्यालय में बैठना और साथ में अधिकारियों को भी बिठाए रखने का काम हुआ
• निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बिल चेक नहीं हुई है बिल चेक होंगे तो पता चलेगा कितनी लूट हुई है
• चिरंजीवी योजना के नाम पर कहीं भी इलाज नहीं हो रहा
• निजी अस्पतालों में पीपी किट पहन के जाने वाले चिकित्सकों एक होता है और चार्ज भर्ती सभी मरीजों से अलग-अलग किट के लिए लिए जा रहे हैं