ठगी का नया तरीका: पहले 10 बैंकों में खुलवाए खाते, 220 ATM से छेड़छाड़ कर 1623 ट्रांजेक्शन किए, 1.63 करोड़ की ठगी की

ठगी का नया तरीका: पहले 10 बैंकों में खुलवाए खाते, 220 ATM से छेड़छाड़ कर 1623 ट्रांजेक्शन किए, 1.63 करोड़ की ठगी की

जयपुर
पुलिस ने जयपुर में ATM से छेड़छाड़ कर रुपए निकालने वाले ऐसे गिरोह पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त है। चार आरोपियों ने 220 एटीएम से छेड़छाड़ कर 1623 ट्रांजेक्शन कर 1 करोड़ 63 लाख 91 हजार रुपए की ठगी को वारदात को अंजाम दिया विधायकपुरी पुलिस ने अजहर खान, शौकीन, तालीम रॉबिन नाम के चार युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि एक कंपनी के बिजनेस हेड मयंक शर्मा ने इस बारे में मुकदमा दर्ज कर बताया कि उनी कंपनी प्रदेश सहित अन्य जगहों पर ATM संचालन करती है। जयपुर में काफी समय से अलग-अलग एटीएम कार्डों से मशीनों में छेड़छाड़ कर रुपए निकाले जा रहे हैं। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई।

पहले खुलवाते थ बैंक में खाता

पुलिस के अनुसार पकड़े गए चारों आरोपी बड़े शातिर है। चारों आरोपी पहले बैंकों में ऑनलाइन खाता खुलवाते है और एटीएम कार्ड लेते है। इसके बाद खाते में लेनदेन शुरू कर देते थे। केवीवाईसी होने से पहले की एक कार्ड से एटीएम से 10-10 हजार रुपए पांच-दस बार निकाल लेते थे। इसके बाद एटीएम कार्ड को तोड़कर फेंक देते थे। ATM कार्ड लगाकर रुपए निकालने का प्रोसेस शुरू करते है,  एटीएम मशीन से जैसे ही रुपए बाहर निकलते शुरू होते है, तभी  मशीन का तार खींच कर रुपए बाहर निकाल लेते। इस कारण एटीएम मशीन का प्रोसेस कुछ समय के लिए बंद हो जाता है। तार बाहर निकालने पर रुपए निकलने की इंट्री नहीं हो पाती है। इसके बाद कस्टमर केयर पर शिकायत कर देते कि उनके बैक खाते से रुपए कट गए है। बैंक रिकॉर्ड चेक करता , फिर रुपए नहीं निकलने पर उनके बैंक खाते में रुपए वापस जमा करा देता था। आरोपियों ने  ठगी को अंजाम देने के लिए युवकों ने आरोपियों ने 10 ऑनलाईन खाते भी खुलवाए थे।