झुंझुंनू में पीएचईडी का अधिशाषी अभियंता एवं उसकी पत्नी 60 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी

जयपुर।
बुधवार एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर झुंझुंनू इकाई द्वारा बुधवार को कार्रवाई करते हुए रामसिंह अधिशासी अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी खण्ड खेतड़ी, जिला झुंझुंनू को व उसकी पत्नी इन्द्रा को परिवादी से 60 हजार रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक ने बताया कि एसीबी की झुंझुंनू इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके द्वारा करवाये गए विभिन्न कार्यों के 5 लाख 54 हजार रुपये के बकाया बिलों के भुगतान की एवज में रामसिंह अधिशासी अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी खण्ड खेतड़ी जिला झुंझुनू द्वारा कमीशन के रूप में 70 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी, जयपुर के उपमहानिरीक्षक पुलिस विष्णुकान्त के सुपरवीजन में झुंझुंनू इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इस्माईल खान के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्रवाई करते हुए रामसिंह पुत्र नौरंग सिंह निवासी ग्राम जेजूसर, तहसील नवलगढ, जिला झुंझुनू हाल निवासी वार्ड न० 31. न्यू कॉलोनी, गली नं० 2 नोर्थ पिलानी, झुंझुनूं को अपने निवास पर परिवादी से 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एसीबी टीम के पहुंचने पर आरोपी के कहने पर उसकी पत्नी इन्द्रा द्वारा रिश्वत राशि मकान के एक कमरे में स्थित चारपाई के नीचे फेंक दिए जहां से रिश्वत राशि बरामद की जा चुकी है। प्रकरण में इन्द्रा को भी गिरफ्तार किया गया है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
इन नंबरों पर कर सकते है शिकायत
एसीबी महानिदेशक ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नं. 9413502834 पर 24x7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरुद्ध भी कार्रवाई करने को अधिकृत है।