आज जानते है शेखावाटी के कुछ अनछुए पहलू के बारे में, राजस्थान पोस्ट की नई पहल

आज जानते है शेखावाटी के कुछ अनछुए पहलू  के बारे में, राजस्थान पोस्ट की नई पहल

-बिबासर(झुंझुनू) और -बॉलीवुड सुपरहीट फ़िल्म -गुलामी

-शामन्तशाही के खिलाफ आवाज उठाने वाले बिबासर के #सूरजभान पर बनी थी सुपरहिट फिल्म गुलामी

-आज जानते है शेखावाटी के कुछ अनछुए पहलू  के बारे में।हम बात कर रहे है राजस्थान के झुंझुनू जिले के गाँव #बीबासर के रहने वाले सूरजभान की। 

-फ़िल्म में झुंझुनू के कोलसिया गांव के झाबर भी मुख्य कहानी के पात्र है। ये किरदार मिथुन ने निभाया है।

-सूरजभान को दुनिया डाकू के नाम से जानती है । दरअसल उस समय सामन्त शाही की तूती बोलती थी और स्वतन्त्रता सेनानी को देशद्रोही कहा जाता था । 

-सूरजभान ऐसा मर्द था जिसे देख कर भीमसेन पांडव का स्मरण हो जाता था । उसने सामन्त शाही के खिलाफ़ बन्दूक ऊठाई और दुष्टों के कब्जे से माल छीनकर जनता में बांटने के कारण खतरनाक डकैत कहलाने का कारण बना । सूरजभान ने सामन्तशाही को खत्म करने में अपना बलीदान दे दिया। सूरजभान ने गरीब और असहाय को कभी नही सताया।

-सूरजभान का एक  प्रिय मित्र रणजीत सिंह चौधरी था। सूरजभान और रणजीत ने मिलकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।  

-यह दो दोस्तों की कहानी थी जो बचपन में ही एक दूसरे से बिछड़ जाते हैं। उनकी मुलाकात अगली बार तब होती है जब वे शामन्तशाही की लड़ाई की दहलीज पर खड़े होते हैं ।

-सुरजभान डांगी और रणजीत सिंह चौधरी की कहानी पर सन 1985 में बॉलीवुड की सुपरहीट फ़िल्म गुलामी बनी। इस फ़िल्म में रणजीतसिंह का रोल एक्टर धर्मेंद्र ने किया।
- फ़िल्म में मिथुन ने झुंझुनू के कोलसिया गाँव के झाबर का रोल किया है
-फ़िल्म में रीना रॉय, नसिरुदीनशाह आदि स्टार कास्ट थे।

-फ़िल्म के निर्माता फारूक नाडियावाला थे। फारूक के पिता का देहांत हो जाने के बाद फ़िल्म शूटिंग रुक गयी। फ़िल्म की कहानी अभिनेता धर्मेंद्र को इतनी पसन्द आयी कि  कुछ दिनों बाद अभिनेता धर्मेंद्र के सहयोग फ़िल्म की दुबारा शूटिंग शुरू हुई। और सुपरहीट गयी। 

इस फ़िल्म के निर्देशक जे पी दत्ता थे। जे पी दत्ता ने बॉलीवुड को कई सुपरहीट फिल्मे दी है जिनमे सुपरहीट फ़िल्म बॉर्डर, loc करगिल , उमराव आदि।

फ़िल्म गुलामी वर्ष 1989 में रिलीज हुई । उस वर्ष बॉक्स आफिस में कलेक्शन के हिसाब से गुलामी फ़िल्म चौथी बड़ी फिल्म थी।
फ़िल्म की शूटिंग के लिए राजस्थान के फतेहपुर और जोधपुर को चुना गया । 
इस फ़िल्म में 5 गाने थे और सभी गाने सुपरहीट हुए।
फ़िल्म की कहानी के मुख्य पात्र राजस्थान के झुंझुनू जिले के गाँव बिबासर के सूरजभान थे।

लेखक
प्रमोद सोनी