ट्रेनों में लगाए जा रहे हैं बायो टॉयलेट, पटरियों पर नहीं गिरेगी गंदगी

यात्रियों के लिए यात्रा सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए रेलवे की और से कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के क्रम में अब 'स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत' अभियान के तहत पूर्वोत्तर रेलवे की ट्रेनों में अब बायो टॉयलेट लगाए जा रहे हैं। इस कदम से अब रेल की पटरियों यानि रेल लाइन पर टॉयलेट की गंदगी नहीं गिरेगी। प्लेटफार्म भी अब पूरी तरह साफ-सुथरे रहेंगे।
अब डबल डेकर ट्रेनें बायो टॉयलेट के बिना नहीं चलेगी। इस क्षेत्र में कार्य शुरू है। इस अभियान के तहत पूर्वोत्तर रेलवे की ट्रेनों में लगने वाले कुल तीन हजार 355 कोचों में बायो टॉयलेट लगा दिए गए हैं। इसके अलावा अब सिर्फ लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली डबल डेकर ट्रेन के 14 और 23 हाइब्रिड कोच में लगने शेष हैं। जल्दी ही इनके जुड़े कार्य भी पूरे कर लिए जाएंगे। गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखाने में बायो टॉयलेट लगाए जा रहे हैं। इधर, 'हमसफर' के एक रेक में हवाई जहाज वाले बायो टॉयलेट लगाने की तैयारी की जा रही है।
बायो टॉयलेट इस तरह करता है काम
सामान्य टॉयलेट की तरह बायो टॉयलेट की गंदगी नीचे नहीं गिरती है। यह पानी में घुलकर कुछ बह जाती है और कुछ गैस बनकर हवा में उड़ जाती है। इस प्रक्रिया के लिए बायो टॉयलेट के टैंक में बैक्टीरिया छोड़े जाते हैं। बता दें कि अब तक ट्रेनों के कोचों में सामान्य टॉयलेट ही लगते थे। इसके चलते टॉयलेट की पूरी गंदगी रेल लाइनों पर ही गिरती थी। गंदगी के चलते प्लेटफार्मों पर खड़ा होना मुश्किल हो जाता था।
हमसफर के एक रेक में लगे हवाई जहाज वाले बायो टॉयलेट
आने वाले दिनों में ट्रेनों में भी हवाई जहाज में लगने वाले अति आधुनिक वैक्यूम बायो टॉयलेट लगेंगे। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस के एक रेक में वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाकर परीक्षण किया जा रहा है। इस टॉयलेट में गंदगी और बदबू नहीं फैलती है। टॉयलेट भी साफ-सुथरा रहता है।
पूर्वोत्तर रेलवे के 100 प्रतिशत कोचो में लगेगा बायो टॉयलेट
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि 'स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत मिशन' के अंतर्गत पूर्वोत्तर रेलवे के लगभग 100 प्रतिशत कोचो में बायो टॉयलेट लगाने का कार्य पूरा है। कुछ कोच शेष बचे हैं। उनमें भी बायो टॉयलेट लगाने की प्रक्रिया चल रही है। यांत्रिक कारखाना गोरखपुर में पहली बार डबल डेकर कोचों में बायो टॉयलेट लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है।