अपनों को बचाने के लिए टाले फेरे: नवलगढ़ के तीन परिवारों ने अपने बेटे-बेटियों की शादी स्थगित कर पेश की अनूठी मिसाल

अपनों को बचाने के लिए टाले फेरे: नवलगढ़ के तीन परिवारों ने अपने बेटे-बेटियों की शादी स्थगित कर पेश की अनूठी मिसाल

एसडीएम ने इन लोगों को परिवारों का किया सम्मान
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नवलगढ़
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच में जहां कई लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे और धूमधाम से शादी समारोह करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसे में नवलगढ़ क्षेत्र के तीन परिवारों ने अपनो को कोरोना से बचाने के लिए फेरे टाल दिए। तीनों परिवारों ने शादियां टालकर समाज में एक अनिश्चित संदेश दिया है। प्रदेश के सीएम अशोक गेहलोत ने कुछ समय पहले शादियां टालने का आहवान किया था, इसके बाद लोग शादियां टालने के लिए आगे आ रहे हैं। ग्राम घोड़ीवारा खुर्द के ओमप्रकाश ने अपने बेटे प्रमोद, चैलासी के सुभाषचंद्र फदान ने अपनी पुत्री विनीता व लोहार्गल के मोहनसिंह ने अपने दो पुत्रों मीना कंवर व रेणु कंवर की शादी की की है। इन लोगों ने कहा कि वर्तमान में सबसे ज्यादा अपनो को कोरोना से बचाना है। एसडीएम अनूपसिंह ने उनके फैसले का स्वागत करते हुए तीनों व्यक्तियों को प्रोत्साहन प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने समाज में संदेश दिया है कि लोगों को इस तरह की बात करना चाहिए। 


विनिता की शादी- आठ मई
चैलासी की विनिता की शादी आठ मई को होनी चाहिए थी। घर में शादी की तैयारी जोर-शोर से चल रही थी। विनिता की मां कौशल्या सरकार टीचर है। पिता सुभाषचंद्र फांडन विदेश में काम करते हैं। विनिता की मां कौशल्या ने बताया कि शादी को लेकर सभी तैयारी की जा चुकी थी, सभी बुकिंग की जा चुकी थी। गुढ़ागोड़जी से बारात आने वाला था। विनिता के भाई ऋषिकेश  ने अपने माता-पिता के सामने प्रस्ताव रखा की कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। इसलिए शादी के कारण कोई अपना कोरोना की चपेट में न जाए, इसलिए शादी को स्थगित कर दिया जाए, पहले घर पर सब के बीच सहमति बन गई, फिर एकता के ससुराल वालों के सामने यह प्रस्ताव रखा, उन्होंने भी इस प्रस्ताव को सहज स्वीकार कर लिया। लिया हुआ। उन्होंने टेंटवालों, हलवाई व फोटाग्राफरों को यह विश्वास दिलाया कि यह बुकिंग आपकी पक्की रहेगी। परिवार के लोगों ने भी इस फैसले पर खुशी जताई है। 


प्रमोद की शादी- 14 मई
घोड़ीवारा खुर्द के प्रमोद सैनी की शादी 14 मई को होने वाली थी। पिता ओमप्रकाश सैनी सरकारी स्कूल में पीटीआई है। इसलिए उन पर कई तरह की जिम्मेदारी थी। सरकारी कर्मचारी होने के नाते उनके लिए पहल करने की आवश्यकता थी। इसलिए उन्होंने पहले अपने बेटे प्रमोद की शादी सुरक्षित करने का फैसला लिया। भाई मुकेश सैनी ने बताया कि परिवार में काफी संख्या में सरकारी कर्मचारी है। सरकार ने शादी में शामिल होने वाले लोगों की संख्या सीमित कर दी है। इसलिए शादी में सभी परिवार के लोगों को नहीं बुलाया जा सकता था, हर तरफ कोरोनावायरस के खतरे का शोर है। ऐसे में करें तो करे क्या, आखिरकार परिवार ने मिलकर फैसला लिया कि अपने परिवार के लोगों के स्वास्थय की सुरक्षा सबसे पहले है, इसलिए शादी स्थगित कर दी जाए। इसके बाद शादी करने वालों ने दी। जब कोरोना का प्रकोप कम होगा, तब धूमधाम से प्रमोद की शादी करेंगे। 


मीना व रेणू कंवर की शादी- 14 मई
लोहार्गल के मोहनसिंह शेखावत की दो बेटी मीना व रेणू कंवर की शादी की तैयारी कर ली गई। तीन मई का इंतजार। तीन मई को सरकार ने गाइडलाइंस जारी की शादी में सिर्फ 30 लोगों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद बेटियों की शादी सुरक्षित करने का फैसला लिया गया। इस निर्णय के बारे में पत्नी सुदेश कंवर और दोनों बेटों से चर्चा की। परिवार के लोगों ने इस निर्णय पर मोहर लगा दी। मोहनसिंह ने कहा कि शादी के लिए जितनी संख्या निर्धारित की गई है, उतनी तो बहन-बेटियां हो जाती है, फिर अन्य सदस्य ने कहा, बारात ने जाना। रिले भी दूर-दूर से आते हैं, फिर कोरोना का खतरा। ऐसे में अपनों को कोरोना से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया। कोरोना खत्म होने के बाद दोनों बेटियों की शादी धूमधाम से करेंगे, सभी परिवार के लोगों को बुलायाअंगे, साथ सब खुशियां बांधेगे। शादी की तैयारी कर रखी है, अब दोबारा तैयारी नहीं करनी चाहिए। जो बुकिंग रद्द की गई है, उनकी बुकिंग वापस कर दी जाएगी। वर्तमान में अपनो की सुरक्षा करना ज्यादा जरुरी है।