देश की शौर्य परम्परा ने देश के इतिहास को समृद्ध किया: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू

देश की शौर्य परम्परा ने देश के इतिहास को समृद्ध किया: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू

जयपुर।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के स्थापना दिवस पर प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं दी।  इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, "राजस्थान दिवस पर देशवासियों, विशेषकर राजस्थान के लोगों को बधाई। प्रकृति एवं लोकजीवन की बहुरंगी शोभा से युक्त राजस्थान के लोगों ने उल्लास व अतिथि सत्कार की परंपरा को संजोया है। वीर गाथाओं की इस भूमि ने अनेक सफल उद्यमियों को भी जन्म दिया है। राज्य के स्वर्णिम भविष्य हेतु शुभकामनाएं।"

 

 

देश की शौर्य परम्परा ने देश के इतिहास को समृद्ध किया: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू

 

उपराष्ट्रपति ने ट्वीट संदेश में कहा, "राजस्थान के स्थापना दिवस पर प्रदेश वासियों को उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रदेश की शौर्य परम्परा ने देश के इतिहास को समृद्ध किया है, यहां की रंग बिरंगी संस्कृति, वास्तु वैभव देश की सांस्कृतिक विरासत को गौरवशाली बनाते हैं।" 

 

 

अपनी समृद्ध संस्कृति और वैभवशाली विरासत के लिए विख्यात: पीएम मोदी

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, "अपनी समृद्ध संस्कृति और वैभवशाली विरासत के लिए विख्यात राजस्थान के सभी भाइयों और बहनों को राजस्थान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। उल्लेखनीय है कि 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था। इस दिन को ही राजस्थान स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।"

 

 

क्या है राजस्थान दिवस

 

30 मार्च, 1949 को राजस्थान राज्य का गठन हुआ था। यह राज्य गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से घिरा हुआ है। अपने गठन के समय इस राज्य को 22 रियासतों को एक साथ मिलाकर बनाया गया था। क्षेत्रफल के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा राज्य है, जबकि जनसंख्या के लिहाज से यह देश का सातवां सबसे बड़ा राज्य है। इसकी राजधानी जयपुर को महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनाया था।