राजस्थान में आज मिले 3300 नए कोरोना पॉजिटिव केस

झुंझुनूं।
राजस्थान में कोरोना के नए केस मिलने की गति तेज होती जा रही है। आज कल से 644 अधिक नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। प्रदेश में आज 3300 कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए हैं। राजधानी जयपुर में आज भी प्रदेश में सर्वाधिक 1527 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जोधपुर में 440 केस, अलवर में 219 केस, उदयपुर में 189 केस, बीकानेर में 187 केस, अजमेर में 103 केस, कोटा में 100 केस,भीलवाड़ा में 96 केस, चित्तौड़गढ़ में 85 केस, भरतपुर में 57 केस, सवाई माधोपुर में 40 केस, प्रतापगढ़ में 32 केस बाड़मेर में 30 के नागौर में 26 केस डूंगरपुर में 24 केस, राजसमंद में 20 केस, बांसवाड़ा व टोंक में 18 -18केस, गंगानगर में 16 केस, सिरोही में 15 केस, बूंदी में 10 केस ,झालावाड़ में 9 केस, चूरू में 8 केस, धौलपुर में 7 केस, हनुमानगढ़ में 6 केस, दोसा व जैसलमेर में 5-5 केस, झुंझुनू में 4 केस, करौली में 2 केस, पाली व सीकर में एक-एक नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं।
प्रदेश में आज कोरोना से दो लोगों की मौत हुई है जिनमें एक जयपुर जिले में हुए एक करौली जिले का व्यक्ति शामिल है।
वही आज 279 लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर अपने घर के लिए डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। आज शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश में कोरोना के टीकाकरण को लेकर एक मीटिंग का आयोजन किया जिससे फेसबुक पर भी लाइव दिखाया गया। मीटिंग में मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश में कोरोना के अधिकाधिक टीकाकरण पर जोर देते हुए कहा कि इसी महीने प्रदेश के सभी व्यक्तियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जानी बहुत जरूरी है। तभी हम कोरोना को रोक पाने में सफल होंगे। प्रदेश में अभी तकरीबन 75% लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है। गहलोत ने बताया कि कई प्रदेशों में स्कूल कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों को कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया है। राजस्थान में भी स्थिति को देखते हुए सब की राय से फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव हुआ हूं जबकि मेरे को रोना की दोनों वेक्शन लग चुकी है। उन्होंने प्रदेशवासियों से कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालना करने की अपील करते हुए कहा कि इस बीमारी से बचने का सबसे बड़ा उपाय है किस प्रदेश के सभी लोग सावधानी पूर्वक रहे वह जरूरत होने पर ही बाहर निकले।
मीटिंग में राजस्थान सरकार के मंत्री, प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल, सभी जिलों के जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक व जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी साहित बहुत से चिकित्सा विशेषज्ञ शा